अब रक्षा सामान भी आत्मनिर्भर भारत बनाएगा
एक बड़ा फ़ैसला बताया जा रहा है कि सरकार आत्मनिर्भर भारत के तहत रक्षा सामान भी देश में हीबनवाएगी। 101…
एक बड़ा फ़ैसला बताया जा रहा है कि सरकार आत्मनिर्भर भारत के तहत रक्षा सामान भी देश में हीबनवाएगी। 101 उपकरणों के आयात पर प्रतिबंध का फ़ैसला किया गया है।
क्या और क्यूं लगाई गई रोक
आत्मनिर्भर भारत बनाने के लिए केंद्र सरकार को बाहर से रक्षा उपकरणों के आयात को लेकर रोक लगा दी है जिसके अंतर्गत 101उपकरणों को देखके रोका गया है। बताया जा रहा है कि यह प्रतिबंध 2020-2025 तक लागू हो सकताहै।देश की रक्षा उद्योग को तकनीकी निर्माणलिए प्रोत्साहित करने के लिए यह क़दम उठाया गयाहै।केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह का कहना है कि यह कर आत्मनिर्भरता की दिशा में बड़ा साबित होगा। यह भारतीय उद्योगको स्वदेशीउद्योग में विकसित करने और डिज़ाइन की नई तकनीक को अपना बनाकर मौक़े का फ़ायदा उठाने जैसा हैं।
सेना द्वारा ख़रीदे जा रहे हैं बख्तरबंद वाहन को 2021-22 में प्रतिबंध लगाया जाएगा। जिसकी किमत 5 हज़ार करोड़ से भी अधिक बताइ जा रही हैं।
अब देश में ही बनाए जाएंगे मिसाइल-लड़ाकू हेलीकॉप्टर
बताया जा रहा है की पारंपरिक पंड्डुबियां,क्रूज़ मिसाइल अपटतीय कश्ती जहाज़, मालवाहक विमान, हल्के लड़ाकू हेलीकॉप्टर तथा अन्य इलेक्ट्रॉनिक युद्धक प्रणाली आदि इसमें शामिल होगी, जिसका निर्माण अब भारत स्वयं ही करेगा। सूत्रों के मुताबिक़ ऐसा बताया जा रहा हैं कि केंद्र सरकार अब तीनों सेनाओं के लिए जल्द ही स्वदेशी-निजी उद्योगों को टेंडर निकलकर देगी। जिसमें 1.4 लाख करोड़ नौ सेना के लिए
1.3 लाख करोड़ थल सेना के लिए
1.3 लाख करोड़ वायु सेना के लिए
क्या आत्मनिर्भर भारत- योजना
इस योजना के अंतर्गत भारत ऐसे आयातों पटकथा रोकथाम लगाएगा जिसका निर्माण वह स्वयं अपने देश में कर सकता है। इससे बेरोज़गारी की समस्या कुछ हद तक कम होगी तथा रोज़गार के अवसर पैदा होंगे। बताया जा रहा है की प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी 15 अगस्त को इस योजना का स्टरक्चर बताएगे। केंद्र सरकार इस योजना को लेकर बहुत उत्सुक था ग़मभीर भी है।
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