Thursday, November 21, 2024
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गंगा गोमती एक्सप्रेस को डंडा और लाल गमछा दिखाकर बचाया हजारों यात्रियों की जान

गंगा गोमती एक्सप्रेस को डंडा और लाल गमछा दिखाकर बचाया हजारों यात्रियों की जान, बचपन में पढ़ी कहानी को कर…

By शाम्भवी मिश्रा , in देश प्रदेश  , at August 8, 2023 Tags: ,


गंगा गोमती एक्सप्रेस को डंडा और लाल गमछा दिखाकर बचाया हजारों यात्रियों की जान, बचपन में पढ़ी कहानी को कर दिया सच

प्रयागराज संगम स्टेशन से शुक्रवार के दिन सुबह 5:40 में गंगा गोमती एक्सप्रेस लखनऊ के लिए रवाना हुई, जो प्रयाग जंक्शन, फाफामऊ होते हुए अगले स्टेशन लालगोपालगंज को पार करने वाली थी। स्टेशन के पहले पिलर, जिसका नंबर 26/6 था उसके पास की पटरी टूटी हुई थी। यदि ट्रेन यहां से पार होती तो बहुत बड़ी दुर्घटना हो सकती थी लेकिन एक किसान ने अपनी सूझबूझ से इस दुर्घटना को होने से बचा लिया।

डंडे और लाल गमछे से बचाया हजारों यात्रियों की जान

लालगोपालगंज के एक किसान पप्पू यादव, जिनके पिता का नाम मूलचंद्र यादव है, उनकी नजर टूटे हुए पटरी पर पड़ गई। पप्पू अपने खेत पर धान देखने के लिए जा रहे थे, तभी उन्होंने ट्रेन के इंजन की आवाज सुनी और बिना देर किए उन्होंने ट्रेन को रोकने के लिए अपने कदम बढ़ा दिए। हालांकि उस वक्त उनके सामने कोई उपाय नजर नहीं आ रहा था लेकिन दुर्घटना को होने से बचाने के लिए उन्होंने इसकी तरकीब तुरंत निकाल ली और हजारों यात्रियों की जान बचा ली। उन्होंने अपने हाथ में लिए डंडे से अपने सिर पर बांधे लाल रंग के गमछे से मिलाकर बांध दिया और ट्रेन के सामने उसे लहराने लगे।

यात्रियों ने किया किसान के समझदारी की सराहना

रेलवे ट्रैक पर लाल कपड़ा लहराता हुआ देखकर गंगा गोमती एक्सप्रेस के लोको पायलट ने भी स्थिति की गंभीरता समझ ली और ब्रेक लगाकर उन्होंने ट्रेन रोक दिया। किसान पप्पू यादव की समझदारी और उनकी बहादुरी से लोग काफी खुश हुए। यहां तक कि यात्रियों ने भी इसकी काफी सराहना की। कुछ ही समय में रेलवे के इंजीनियरिंग विभाग की टीम भी वहां पहुंच गई, जिसके बाद ट्रेन वहां लगभग 45 मिनट तक खड़ी रही। इसके बाद कॉशन लगाकर ट्रेन को आगे ले जाया गया।

बचपन में सुनी कहानी को कर दिया सच

किसान पप्पू यादव ने बताया कि उन्होंने बचपन में वह कहानी पढ़ी थी, जिसमें छोटे बच्चे लाल कपड़ा दिखा कर ट्रेन को रोक देते हैं और बहुत बड़ी दुर्घटना होने से बचा लेते हैं। आज उन्होंने इसी कहानी को सच करके दिखाया है। हालांकि रेलवे ट्रैक पर ऐसे टूट-फूट हो जाते हैं लेकिन किसी प्रकार की दुर्घटना ना हो, इसलिए रेलवे की टीम इनकी मॉनीटरिंग भी करती है। लालगोपालगंज के निकट पटरी के टूट जाने की सूचना मिलने पर रेलवे टीम तुरंत वहां हाजिर हो गई और अब वह उसे ठीक करवा रही है।

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