बुलाती है मगर जाने का नहीं- नहीं रहें मशहूर शायर राहत इंदौरी
जी हाँ हम सबके चहिते मशहूर उर्दू शायर राहत इंदौरी जी अब इस दुनिया से अलविदा कह गए। दरअसल रविवार…
जी हाँ हम सबके चहिते मशहूर उर्दू शायर राहत इंदौरी जी अब इस दुनिया से अलविदा कह गए। दरअसल रविवार को उनकी हालत ख़राब होने की वजह से उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उनकी कोरोना रिपोर्ट पॉज़िटिव आयी थी है। जिसका उन्होंने स्वयं ट्विटर पर उल्लेख किया था तथा अपने फ़ैन्स से रिक्वेस्ट भी की थी कि वे बारंबार उन्हें फ़ोन या उनके घर वालों को मैसेज करके उनकी तबियत के बारे में परेशान न करे।वे स्वयं ही ट्वीट करके अपने स्वास्थ्य की जानकारी दे देंगे।
इंदौर के अरविंदो हॉस्पिटल में हुआ निधन
राहत जी के निधन के बाद एक अहम सूचना सामने आयी है जिसमें डॉक्टरों का बयान है की आज यानी मंगलवार को उन्हें दो बार हार्ट अटैक आया था 60 से 70 फ़ीसदी तक निमोनिया की शिकायत भी थी और उनकी कोरोना जाँच कराई गई तो उनके रिपोर्ट पॉज़िटिव आयी। उसके बाद उन्हें इंदौर के अरबिंदो हॉस्पिटल में भर्ती करवाया गया है।
जीवन सार
बता दें 70 वर्षीय राहत जी ना केवल एक उर्दू शायर थी बल्कि कई सालों से बॉलीवुड में गाने भी लिखा करते थे।बहुत जी की ऐसी हालत को देख डॉक्टर की सलाह पर उन्हें रविवार को से अस्पताल में भर्ती करवाया गया। उनके निधन के बाद सारा मीडिया तथा उनके फ़ैन्स बहुत ही मायूस हो गए हैं और इनके निधन की ख़बर जंगल की आग की तरह फैल गई है। आज भले ही हम सबके बीच राहत इंदौरी जी ना हो परंतु उनकी सभी शायरियां और उनके लिखे गाने हमारे ज़हन में बसी और सबसे मश्हूर पंक्ति हमें ज़िंदगी भर याद रहेगी ‘बुलाती है मगर जाने का नहीं’ । कोरोना का ज़ोर मध्य प्रदेश में भी हॉट स्पॉट बन का रुख़ रहा है वहाँ पर अत्याधिक लोग, अत्यधिक मात्रा में संक्रमित हो रहे हैं ऐसे में ख़बर भी आयी थी कि वहाँ के मंत्री को भी कोरोना हो गया है परंतु अब वह ख़तरे से बाहर है और उन्हें अस्पताल से छुट्टी मिल गई है।
Comments